महाड़ जाकर उस पावन भूमि को नमन किया राजेंदर पाल गौतम जी ने।
चवदार तालाब रायगढ़ महाराष्ट्र, राजेंदरपाल गौतम समाज कल्याण मंत्री ( दिल्ली सरकार ) अपने समर्थको के साथ उस पावन भूमि को नमन किया। जहा 20 मार्च 1927 को बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने अपने हजारो समर्थको के साथ तालाब में उतरकर पानी पिया था। सार्वजनिक चवदार तालाब से पानी पीने और इस्तेमाल करने का अधिकार दिलाने के लिए किया गया एक प्रभावी सत्याग्रह था, और संकेत दिया था कोई भी सार्वजनिक स्थल से पानी पी सकता है। ये दिन सामाजिक सशक्तिकरण के रूप में भी मनाया जाता है, समाज की विषमता मिटने के लिए बाबा साहब का ये पहला सत्याग्रह था। सवर्ण दलितों को सार्वजनिक स्थान से पानी नहीं भरने देते थे, जबकि वो दलितों को हिन्दू मनाते थे।
ये तालाब महाड़सत्याग्रह के नाम से भी प्रशिद्ध है, तालाब सत्याग्रह के बाद सभी लोगो के लिए खोल दिए गए। जहा दलितों को छोड़ सभी को पानी पीने का अधिकार था, चाहे वो मुस्लिम या ईसाई ही क्यों न हो, बाबा साहब ने समाज में समानता लाने की पहल यही से की। जिसका अनुकरण हज़ारो लोगो ने किया जिसमे सवर्ण भी शामिल थे जो समाज में समानता के पक्षधर थे। राजिंदरपाल गौतम जी ने भी समाज में समानता लाने का बीड़ा उठा रखा है, इनका सपना है, बौद्धमय भारत।
— Rajendra Pal Gautam (@AdvRajendraPal) March 20, 2022