बुध पूर्णिमा पर विचार संगोष्ठी मिशन जय भीम की महिला विंग द्वारा
मिशन जय भीम की महिला विंग द्वारा बुध पूर्णिमा पर विचार संगोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित किया गया । ये कार्यक्रम सचिव महिला विंग मिशन जय भीम श्रीमती कमलेश कुमारी बौद्ध जी के निवास स्थान पर किया गया। जिसका नेतृत्व अध्यक्षा महिला विंग मिशन जय भीम श्रीमती सुशीला गौतम जी ने किया। इस कार्यक्रम में पूरी महिला विंग कार्यकारणी के साथ, दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री और मिशन जय भीम के राष्ट्रीय संरक्षक माननीय श्री राजेंद्र पाल गौतम जी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
वैसे तो बुद्ध ने दुनिया को शांति, समता, मैत्री, प्रज्ञा, शील, का संदेश दिया है मगर, चर्चा का केंद्र बुद्ध का अष्टांग मार्ग रहा। सुखी गृहस्त जीवन जीने या मोक्ष की प्राप्ति के लिए तीन मार्ग है। पहला अष्टांग योग दूसरा जिन त्रिरत्न और तीसरा आष्टांग मार्ग।
तीनो मार्गो में से आष्टांग मार्ग सर्वश्रेष्ठ है। इस मार्ग के अभ्यास से जीवन को शांतिमय और आनंदमय बनाया जा सकता है। अष्टांग मतलब जीवन को सुधरने के आठ कदम। आष्टांग मार्ग की आज के समय में बड़ा ही आवशयक है। इस मार्ग से आप काल चक्र के बारे में समझते है। जैसा बुध कहते है दुनिया में कुछ भी अकारण नहीं है। आपको उसका कारण ढूँढना है, निवारण खुद आपको मिल जाएगा।
जो आप करते हो वो आपके पास वैसा ही आता है, आप दुसरो के साथ अच्छा व्यवहार करते हो तो आपको भी वैसा व्यवहार मिलेगा। इसी लिए हमें वो चीज़े नहीं करनी चाहिए जिससे हम आहत हो। बुद्ध के मार्ग सरलतम है, बिना सालो तपस्या, भूखा रहे, आप मोक्ष को प्राप्त कर सकते है, या बिना दुख के आनंदमय जीवन यापन कर सकते है।