महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन पर अल्पसंख्यक विभाग के केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू को दिया ज्ञापन। प्रेश वार्ता Live🔴
आज एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता के दौरान महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन से जुड़े प्रतिनिधियों ने अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री श्री किरण रिजिजू को एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन बौद्ध समाज की वर्षों पुरानी मांग—महाबोधि महाविहार (बोधगया) को बौद्ध समुदाय को पूर्ण रूप से सौंपे जाने—से संबंधित है।
प्रतिनिधियों ने मंत्री को अवगत कराया कि महाबोधि महाविहार, जो भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति का स्थल है, पूरी दुनिया में बौद्ध अनुयायियों का पवित्र तीर्थस्थल माना जाता है। इसके बावजूद इस ऐतिहासिक धरोहर पर अब भी गैर-बौद्ध प्रशासनिक नियंत्रण बना हुआ है, जो बौद्ध समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता और अधिकारों के विरुद्ध है।
ज्ञापन में मांग की गई कि महाबोधि मंदिर की प्रशासनिक समिति में पूर्ण नियंत्रण बौद्ध समाज को सौंपा जाए और बौद्ध अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए ऐतिहासिक न्याय किया जाए।
प्रेस वार्ता में आंदोलन से जुड़े वरिष्ठ बौद्ध भिक्खु , सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र पाल गौतम और बुद्धिस्ट संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार इस विषय पर शीघ्र निर्णय नहीं लेती, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री श्री किरण रिजिजू ने ज्ञापन को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया और कहा कि सरकार सभी अल्पसंख्यक समुदायों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करती है तथा इस विषय पर विचार किया जाएगा।