महिलाओ के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के लिए मीटिंग !
दिल्ली, लक्ष्मी नगर, महिलाओ को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए बैठक की गई। जो कुसुम लता जी के निवास स्थान पर संम्पन हुई । बैठक की अध्यक्षता मिशन जय भीम महिला विंग राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सुशीला गौतम और सचिव कमलेश कुमारी निगम जी ने की। साथ ही अन्य महिला विंग की सदस्यों ने शिरकत की।
बैठक का मुख्या उद्देश्य बाबा साहब का मिशन आगे बढ़ाना और महिलाओ को मुख्यधारा से जोड़ना था। वैसे तो बाबा साहब ने सभी वर्गो के लिए काम किया है। मगर महिला के लिए विशेष काम किये है। बाबा साहब बोलते थे। “किसी समाज की तरक्की उस समाज की महिलाओ द्वारा की गई तरक्की से मापनी चाहिए”। भारत में महिलाओ की स्थिति बड़ी ही दयनीय थी और आजादी के बाद भी उसमे कोई सुधर नहीं आया था।
महिलाए चाहे दलित हो या सवर्ण सबकी स्थिकी लगभग बराबर थी । बाबा साहब ने हर महिलाओ को हक़ दिलाने के लिए ‘हिन्दू कोड बिल ‘ लाये 1948 में। मगर सदन में उसका पुरजोर विरोध किया गया। कहा गया की ये बिल हिन्दू विरोधी है। और पास न होने दिया। इसके चलते बाबा साहब ने मिनिस्टर पद से इस्तीफा दे दिया। हलाकि 1956 में ये बिल टुकड़ो में पास किया गया। जिसके कारण आज महिलाओ को डॉक्टर, इंजीनियर, कलेक्टर यहाँ तक की मुख्या मंत्री और प्रधान मंत्री बनने का अधिकार मिला। मगर दुर्भाग्य की बात है , 90 फीसदी महिलाओ उनके मुक्ति दाता के बारे में पता ही नहीं है।
महिलाये देश में 50 फीसदी है मगर उनकी भागीदारी बहोत कम है। जबतक महिलाए मुख्या धरा से नहीं जुड़ती। देश तरक्की नहीं कर सकता। इसी लिए मिशन जय भीम की ये पहल है। देश में महिलाए मुख्यधारा में आए। और अपनी जनसख्या के हिसाब से प्रतिनिधित्व करे। इन्ही विचारो पर बैठक में चर्चा की गई, की कैसे महिलाओ को मुख्यधारा से जुड़ा जाए।
हमारा लक्ष्य है महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ना।
JAI BHEEM