संत गुरु रविदास जी की जयंती पर मंत्री जी का जोरदार संबोधन।

संत गुरु रविदास जी की 645वी, जयंती के उपलक्ष में दिल्ली सरकार कैबिनेट मिनिस्टर राजेंदर पाल गौतम जी ने संबोधितद करते हुए, गुरु रविदास जी के जन्मदिन की और साथ ही संत गाडगे बाबा जी की जयंती की अग्रिम शुभकामनाए दी। साथ ही बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के सपनो के भारत के बारे में बात की, और बौद्ध धम्म जो की जीवन जीने का मार्ग है उसपर भी प्रकाश डाल।
मंत्री जी ने बताया शिक्षा को कैसे गरीबो की पहोच से दूर किया जा रहा है, जिसके कारण भारत में फिर से असमानता उत्पन्न हो रही है। साथ ही उन्होंने मेरिट का भी सच सबके सामने रख दिया। आज जो सीनियर जज है चाहे वो सुपरिम कोर्ट के हो या हाई कोर्ट के, देश के ब्यूरोक्रेट्स हो 95% सरकारी स्कूल से है, क्या हो अच्छे जज और ब्यूरोक्रेट्स नहीं है। इसका मतलब देश में सरकारी स्कूलों की हालत पहले बेहतर थे। सोची समझी शाजिस के तहत सरकारी स्कूल की शिक्षा निति ख़राब की गई है, ताकि इस देश में लोग अपने हक़ अधिकारों के लिए आवाज न उठा सके। जैसा की साढ़े तीन हज़ार साल से होता आ रहा था। देश का गरीब SC/ST , OBC, माइनॉरिटी पढ़ लिख कर डॉक्टर जज इंजीनयर न बन सके, ये पहले की तरह गूंगे बन जाए। इनके साथ कितना भी अत्याचार किया जाए ये चुपचाप सहन करते रहे और कुछ तथाकथित जातीय देश के 85 % लोगो पे राज करे।
मंत्री जी ने ये भी बताया कितने SC मिनिस्टर पहले भी बने है और आगे भी बनेंगे मगर देश को आज़ाद हुए 75 साल हो गए, क्या बाबा साहब के सपनो का भारत बन पाया नहीं। सरकार अपना काम करती रहेगी मगर मै समाज जो जड़ने के लिए और बाबा साहब का भारत बनाने के लिए हमेशा करियारत हु , हम चाहते है जाती तोड़ो समाज जोड़ो। देश में असमानता भले ही वो किसी भी प्रकार की हो न रहे।
इसी के साथ मंत्री जी ने 2025 तक 10 करोड़ परिवारों को बौद्ध धम्म की दीक्षा दिलाने की बात बताई।
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